
✅ भूमिका
इंदौर, जो मध्य प्रदेश का सबसे जागरूक और व्यवस्थित शहर माना जाता है, एक बार फिर कोरोना वायरस के खतरे की चपेट में आता दिख रहा है। हाल ही में शहर में चार नए एक्टिव कोविड केस सामने आए हैं, जिनमें से एक महिला यूनाइटेड किंगडम (UK) से लौटकर आई थी। इसके साथ ही IIT इंदौर के एक नए शोध ने भी चिंता बढ़ा दी है – डेल्टा वैरिएंट से साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
🧪 क्या है इंदौर में कोरोना की स्थिति?
🔴 ताज़ा अपडेट:
- 4 नए सक्रिय कोविड-19 मरीज पाए गए।
- इनमें से एक महिला हाल ही में UK से लौटी थी।
- संक्रमण का नया वैरिएंट होने की आशंका।
- स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है।
🏥 प्रशासन की तैयारी:
- संदिग्धों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।
- क्वारंटाइन और निगरानी बढ़ाई गई है।
- लोगों से कोविड अनुरूप व्यवहार बनाए रखने की अपील।

🧠 IIT इंदौर का बड़ा खुलासा: साइलेंट हार्ट अटैक का नया कारण?
IIT इंदौर ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर एक प्रभावशाली शोध किया है। इसमें यह पाया गया कि:
🧬 मुख्य निष्कर्ष:
- कोविड का डेल्टा वैरिएंट सीधे दिल की कोशिकाओं पर हमला करता है।
- इससे बिना किसी लक्षण के साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- यह शोध “जर्नल ऑफ प्रोटिओम रिसर्च” में प्रकाशित हुआ है।
📌 इसका क्या मतलब है?
- कोविड से ठीक होने के बाद भी दिल की सेहत पर असर पड़ सकता है।
- जांच और सावधानी बेहद जरूरी है, खासकर हाई-रिस्क मरीजों के लिए।
🧍♂️ जनता से अपील
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों की सलाह:
✔️ मास्क पहनें
✔️ भीड़भाड़ से बचें
✔️ वैक्सीनेशन कराएं
✔️ किसी भी लक्षण पर तुरंत जाँच कराएं
✔️ कोविड के बाद भी रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं